खुर्जा/ बुलंदशहर /एमपी सिंह राणा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ खुर्जा नगर का शाखा महा कुंभ का आयोजन एन.आर. ई.सी कॉलेज ग्राउंड में किया गया आज खुर्जा नगर की सभी शाखा एक ही स्थान पर लगाई गई । ।सबसे पहले शाखा की टोलियों की ओर से ध्वज मंडल निर्माण और रंगोली का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद शाखा पर उष्ण व्यायाम, खेल, व्यायाम योग, सूर्य नमस्कार करा शाखा टोली द्वारा अमृत वचन, एकल गीत, सुभाषित, कार्यक्रम हुआ । कार्यक्रम में रविकरण (माननीय विभाग संघचालक ) का मुख्य वक्ता के रूप में रहना हुआ। कार्यक्रम में माननीय नगर संघचालक श्री सुनील जी , माननीय सह जिला संघचालक श्री अनिल जी और माननीय रविकरण ने भारत माता , शहीद भगत सिंह , शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव जी पर पुष्प अर्चन किया कार्यक्रम में माननीय रविकरण ने बताया कि आज अपनी खुर्जा नगर का महाकुंभ है आपने आज शाखा से स्वयंसेवकों ने शाखा लगाओ है हम संघ के स्वयंसेवक है । भारत के वीर वीरांगनाओं ने राष्ट्र की चेतना को जागृत रखने के लिए संघर्ष करते हुए जागृत रखा है इसलिए यही कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जागृत रखने का कार्य कर रहे है । हमारे यहां राजा राम नहीं वनवासी राम का महत्व है राजा सिद्धार्थ नहीं भगवान बौद्ध को याद रखते है । जब भारत के टुकड़े हुए आधुनिक भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार, मालदीव और तिब्बत को एक ही राष्ट्र के रूप में दर्शाती है। जब हिन्दू जगता है । 1947 से पहले के भारत के मानचित्र में पाकिस्तान और बांग्लादेश को ब्रिटिश भारत के हिस्से के रूप में दिखाया गया है, जो पूर्व-एकीकृत भारत का सीमांकन करता है । शाखा में नए स्वयंसेवक भी आने चाहिए जब शाखा में नए लोग आयेंगे तो संघ आगे बढ़ेगा हम स्वयंसेवक नए स्वयंसेवक को जोड़े । समाज जागरण बहुत आवश्यक है संघ समाज जागरण के लिए कार्य कर रहा है। शाखा अखंड चलनी चाहिए शाखा पर अखंड चलने वाले स्वयंसेवक होने चाहिए । यदि हम शाखा पर कार्य करते रहेंगे तो शाखा पर निर्माण का कार्य भी पूर्ण होता रहेगा । जो भक्ति अखंड होती है वहीं शक्ति आगे बढ़ती है ।हम आलस को छोड़कर संघ कार्य बढ़ाए । इतनी बात कहकर अपनी बात को विराम किया । कार्यक्रम में माननीय सह नगर संघचालक सामर्थ्य ,जिला प्रचारक नेमपाल , जिला प्रचार प्रमुख लोकेश , जिला व्यवस्था प्रमुख उमेश ,नगर कार्यवाह राजू , सह नगर कार्यवाह सुदर्शन जी और समस्त कार्यकारणी उपस्थित रहे।

